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सूत्रों के अनुसार आज लगभग 2 बजे की घटना है। ईरिक्शा गिरी नाले में। |
भिलाई। शहर के जुनवानी क्षेत्र स्थित सूर्यामॉल के पास सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दो महिला यात्री और एक पुरुष चालक सवार ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने नाले में गिर पड़ा। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई, लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई। लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य किया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ई-रिक्शा सूर्यामॉल की ओर से जुनवानी चौक की तरफ जा रहा था। इस दौरान अचानक चालक का संतुलन बिगड़ गया। संकरी सड़क और नाले पर मजबूत सुरक्षा इंतज़ाम न होने की वजह से रिक्शा सीधे नाले में जा गिरा। नाले में पानी और गाद भरे होने के बावजूद वाहन पूरी तरह पलट नहीं सका, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया।
यात्रियों की हालत
रिक्शा में सवार दोनों महिलाओं को हल्की चोटें आईं, वहीं चालक को भी मामूली खरोंचें लगीं। प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को घर भेज दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर वाहन की रफ्तार तेज होती या नाला गहरा होता, तो यह घटना बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती थी।
स्थानीय लोगों की तत्परता
हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोग मदद के लिए दौड़े। उन्होंने मिलकर रिक्शा को नाले से बाहर निकाला और यात्रियों को सुरक्षित बाहर आने में मदद की। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा उपायों की कमी इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देती है।
प्रशासन पर सवाल
घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम और यातायात विभाग से नाराज़गी जताई। लोगों का कहना है कि जुनवानी क्षेत्र शहर का भीड़-भाड़ वाला इलाका है। यहाँ मॉल, बाजार और स्कूल होने की वजह से दिनभर आवाजाही रहती है। इसके बावजूद सड़क किनारे बने नाले खुले पड़े हैं और उन पर मजबूत ढक्कन या सुरक्षा रेलिंग नहीं लगाई गई है।
निवासियों का कहना है कि वे कई बार इस विषय में शिकायत दर्ज कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। नतीजा यह है कि छोटे-बड़े हादसे लगातार होते रहते हैं।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची। अधिकारियों ने बताया कि गनीमत यह रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। वहीं, नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से नालों को ढकने का काम चल रहा है। जल्द ही सूर्यामॉल के आसपास भी इस तरह की व्यवस्था की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
सुरक्षा को लेकर चेतावनी
यातायात विशेषज्ञों का कहना है कि ई-रिक्शा हल्के और छोटे वाहन होते हैं, जिनमें संतुलन बिगड़ने का खतरा अधिक होता है। चालकों को चाहिए कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों और मोड़ों पर गति नियंत्रित रखें। वहीं, प्रशासन को भी सड़क किनारे खुले नालों को ढकने और रिफ्लेक्टर अथवा चेतावनी बोर्ड लगाने की जरूरत है।
नागरिकों की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि सड़क किनारे लगे नालों पर मजबूत ढक्कन लगाए जाएँ और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए त्वरित कदम उठाए जाएँ। लोगों का कहना है कि अगर इस घटना में यात्रियों को गंभीर चोट लगती, तो इसकी सीधी जिम्मेदारी प्रशासन पर होती।
निष्कर्ष
सूर्यामॉल जुनवानी के पास हुआ यह हादसा एक बार फिर शहर की आधारभूत संरचनाओं की कमजोरियों को उजागर करता है। हादसे में किसी की जान नहीं गई, यह राहत की बात है, लेकिन यह घटना प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए चेतावनी है। जब तक सड़कों और नालों पर सुरक्षा इंतज़ाम नहीं होंगे, तब तक इस तरह के हादसे दोहराए जाते रहेंगे।